7 Best Hindi Poem for Kids – Child Poem in Hindi | बच्चों की कविताएं
Best Hindi Poem for kids एक कविताओं का संग्रह है, जिसमें आपको अपने बच्चों के लिए different genres (Educational, Funny, Motivational, etc) की Hindi Poems के साथ-साथ बच्चो के लिए भरपूर मनोरंजन भी मिलेगा। साथ ही साथ Images भी हर कविता के साथ दी गई है, जिनको आप अपने smartphones में save भी कर सकते है। हमारी सभी कविताएँ मौलिक है। हम आपके समक्ष प्रस्तुत करते है बच्चों के लिए कविताओं का उत्तम संकलन एवं बच्चों के लिए शिक्षाप्रद कविताएँ, जिसे हमारे प्यारे बच्चे प्रफुल्लित होकर पढ़ेंगे और उन्हें इनसे कुछ सीखने का अवसर भी मिलेगा।
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Poem 5 – Hathi Dada, हाथी दादा
हाथी दादा सूँड उठा के चले,
घूमने मेला।
मेले में दादा को दिख गया,
केले का एक ढेला।
इतने सारे केलों को देखकर,
उनके मुँह में भर गया पानी।
झट जल्दी से सूँड उठाकर दादा ने,
केलों को पाने की ठानी।
केलें खाकर दादा ने फिर,
अपनी भूख मिटाई।
लेकर डकार फिर दादा ने,
अपनी तोंद सहलाई।
जैसे आगे बढ़ने को दादा ने,
कदम उठाया।
पैर के नीचे उनके फिर,
केले का छिलका आया।
मोटे-तगड़े दादा जी,
तनिक संभल न पाए।
गिर गए धड़ाम से वो,
हाय राम! चिल्लाए।
अकल ठिकाने आयी उनकी,
गलती समझ में आई।
फिर उन्होंने सबको,
एक बात समझाई।
केला खाकर छिलका तुम,
इधर-उधर न फेंको।
जो करे ये काम गलत,
उसको तुम हरदम रोंको।
poem 6- Pyari Maa प्यारी माँ
मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है
जग है कांटों की सेज तू फुलवारी है
तेरी वजह से मैं इस जग में आया
तूने मुझे जीना सिखाया
माँ तू मुझे अच्छी अच्छी बातें है सिखाती
करूं जो मैं शैतानी तो डांट भी लगाती
तेरी ममता के साये में बीता मेरा बचपन
आशीर्वाद दे माँ तेरी सेवा में हो मेरा यह जीवन अर्पण
अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो
अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो,
अस्सी नब्भे पूरे सौ,
सौ में लगा धागा,
चोर निकल के भागा…
Poem 7 – Murga Kiasaa kukdu ku baang lagata- मुर्गा कैसा कुकड़ू कू बांग लगाता है,
मुर्गा कैसा कुकड़ू कू बांग लगाता है,
बिना अलार्म वो कैसे उठ जाता है,
हवा कैसे इतनी ठंडी होती है,
कौन से पंखे से वो चलती है,
पेड़ कैसे इतने लंबे हो जाते हैं.
दूध में वो कौन सा बॉर्नविटा मिलाते हैं,
पत्ते क्यों चमकीले लगते हैं,
क्या वो रोज नहाते हैं,
पेड़ों की भी मां होती है,
क्या वो धरती कहलाती है?